उस गली से निकल ता है मेरा जज़्बा,
दुसरे पार जीने लगती हूं , एक नई सी हकीकत में,
ये डोर है बहुत से रंगों की,
ये रंग है मेरे खुश रंग लिबास।
दुसरे पार जीने लगती हूं , एक नई सी हकीकत में,
ये डोर है बहुत से रंगों की,
ये रंग है मेरे खुश रंग लिबास।
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